जो लोग स्टॉक मार्किट के बारे में जानकारी रखते हैं वह ट्रेडिंग (Trading ) और निवेश (Investing ) के बारे जानते हैं और उनके बीच का फर्क भी पता है। पर जो लोग अभी इस क्षेत्र में नए हैं उनके लिए यह यह लेख जानकरी प्रदान कर सकता है।
इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग स्टॉक मार्किट के दो महत्वपूर्ण तरीके हैं। इन दोनों तरीकों से ही बाजार से मुनाफा कमाया जा सकता है। इन्वेस्टिंग में निवेशक अपने शेयर या स्टॉक्स लम्बी अवधि के लिए रखता है उस पर बाजारके मूल्य में उतार -चढ़ाव का ज़्यादा फर्क नहीं होता है पर ट्रेडिंग में ट्रेडर अपने ट्रेड को छोटी से मध्यम अवधि तक रखता है। यह बाज़ार के मूल्य में उतार-चढ़ाव से मुनाफा कमाया जाता है।

What is Trading (ट्रेडिंग क्या है )?
Trading का अर्थ व्यापार होता है। हम सबको पता ही है जैसे कोई व्यापारी सामान खरीद कर उसको मुनाफे में बेचता है उसी प्रकार शेयर बाजार में कोई व्यक्ति या संस्था शेयर्स को खरीद कर उनको मुनाफ़े में बेच देती है टी उसको Trading (ट्रेडिंग) कहा जाता है।
इसमें स्टॉक को निवेश की तरह ज़्यादा लम्बी अवधि के लिए नहीं रखा जाता है। इसकी अवधि एक दिन कुछ हफ़्तों तक की होती है। उदाहरण के तौर पर किसी ने कोई शेयर 100 रुपये में ख़रीदा और उसी दिन शाम को 110 रुपये में बेच दिया उसको 10 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से मुनाफा हुआ।
What is Investing (निवेश क्या है )?
Investing (निवेश ) में स्टॉक को निवेशक के द्वारा ज़्यादा लम्बे समय के लिए रखा जाता है और यह अवधि एक साल से दशकों तक की हो सकती है। इसमें निवेशक को मूल्य के उतार-चढ़ाव की ज़्यादा चिंता नहीं रहती है और उसकी सम्पत्ति धीरे -धीरे बढ़ती रहती है।
निवेश में निवेशक को Dividends के रूप में Passive Income का स्त्रोत प्राप्त होता है जिससे उनको नियमित रूप से पैसा मिलता रहता है। निवेशक अगर लगातार निवेश करता रहता है उसका पोर्टफोलियो बढ़ता रहता है।
Difference between Trading and Investing.
आपने ऊपर investing और Trading के बारे में जाना है और चाहे यह दोनों स्टॉक मार्किट में अहम् स्थान रखते हैं पर फिर भी इनमे काफी अंतर् है जिनके बारे में अब बात करेंगे।
Trading (ट्रेडिंग ) | Investing (निवेश ) |
ट्रेडिंग हमेशा छोटी अवधि की होती है यह एक मिंट से कुछ हफ़्तों तक हो सकती है। | इन्वेस्टिंग की अवधि ट्रेडिंग की अपेक्षा लम्बी होती है यह एक साल से कई सालों तक हो सकती है। |
इसमें मुनाफ़े के साथ -साथ नुक्सान की सम्भावना काफी अधिक रहती है। | निवेश में लाभ तो होता ही है पर नुक्सान की सम्भावना ट्रेडिंग की अपेक्षा कम होती है। |
ट्रेडिंग में अनुकूल समय, सही निर्णय लेने की क्षमता और तकनीकी विश्लेषण की आवश्यकता होती है। | निवेश में सहनशीलता, कम्पनी के बारे में जानकारी होना आती आवश्यक होता है। |
ट्रेडिंग में कर की दर ज़्यादा रहती है। | निवेश में कर की दर ट्रेडिंग की अपेक्षा कम रहती है। |
ट्रेडर को मुनाफा कमाने के लिए मार्किट को लगातार फॉलो करना पड़ता है। | निवेशक को हर रोज़ मार्किट को फॉलो करने की आवश्यक नहीं होती है। |
जहां ट्रेडिंग में पैसा जल्दी बनाया जा सकता है। | निवेश में पैसा तो बनता है पर ट्रेडिंग की अपेक्षा धीरे बनता है। |
Trading और Investing में क्या बेहतर है ?
इनमे से कौनसा तरीका बढ़िया है यह कहना बहुत ही मुश्किल होगा। यह निर्भर करता है कि आपका लक्ष्य क्या है। आपके नुक्सान सहने की क्षमता और आपका अनुभव क्या है। अगर आप अपनी सम्पत्ति को धीरे और लम्बी अवधि में ग्रोथ करना चाहते हैं तो आपको निवेश करना चाहिए।
अगर आप अपनी सम्प्पति को जल्दी बढ़ाना चाहते हैं और नुक्सान की सम्भावना के लिए तैयार तो आप ट्रेडिंग के क्षेत्र में आ सकते हैं। इसके लिए आपमें तुरंत निर्णय लेने , विश्लेषण करने की क्षमता होनी चाहिए। अगर आप चाहें तो दोनों भी कर सकते हैं। बहुत से लोग दोनों में भी पैसा बना रहे हैं।
ध्यान रखने योग्य
Investing और Trading में पैसा लगाने से पहले आपको कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले आपको एक Demat Account की आवश्यकता होगी जिसकी सहयता से आप स्टॉक मार्किट में पैसा लगा सकेंगे।
शुरुआत करने से पहले आपको इसके बारे में अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए ताकि आपको पता हो कि आपको मुनाफा या नुक्सान होगा। हमेशा पैसा वित्तीय रूप से मज़बूत कंपनियों में लगाएं ताकि आपको अपने पैसे से अच्छा मुनाफा हो सके। एकदम से सारा पैसा न लगाएं और पोर्टफोलियो में विविधता रखें।
निष्कर्ष
Trading और Investing दोनों ही वित्तीय क्षेत्र में कमाई के अवसर प्रदान करते हैं पर इनके तरीके अलग – अलग होते हैं हमने जाना है जो लोग शीघ्रता से पैसा कमाना चाहते हैं वो ट्रेडिंग की तरफ आकर्षित होते हैं। और जो लोग लम्बी अवधि के लिए स्टॉक को रखना चाहते हैं वह निवेश की तरफ आकर्षित होते हैं।
चाहे यह तरीके आपको अच्छा मुनाफा देते हैं पर इसके साथ -साथ नुक्सान की सम्भावना के साथ आते हैं। अगर आप नुक्सान को सहने का धैर्य रखते हैं तो आप इस क्षेत्र में आ सकते है अगर आपको इसको सहन नहीं कर सकते तो आप इस में ना आएं।
Note: यह लेख केवल जानकारी के लिए है। हम कोई वित्तीय मामलों के बारे में कोई जानकारी प्रदान नहीं करते हैं अगर आपको किसी वित्तीय सहायता आवश्यकता है तो किसी पेशेवर व्यक्ति या संस्था से संपर्क करें।